Thursday 28 December 2017

जय सनातन


कलेंडर बदलिए अपनी संस्कृति नही।
अपनी संस्कृति की झलक को अवश्य पढ़ें और साझा करें ।।
1 जनवरी को क्या नया हो रहा है ?????

* न ऋतु बदली.. न मौसम
* न कक्षा बदली... न सत्र
* न फसल बदली...न खेती
* न पेड़ पौधों की रंगत
* न सूर्य चाँद सितारों की दिशा
* ना ही नक्षत्र।।
1 जनवरी आने से पहले ही सब नववर्ष की बधाई देने लगते हैं। मानो कितना बड़ा पर्व हो।
नया केवल एक दिन ही नही
कुछ दिन तो नई अनुभूति होनी ही चाहिए। आखिर हमारा देश त्योहारों का देश है।
ईस्वी संवत का नया साल 1 जनवरी को और भारतीय नववर्ष (विक्रमी संवत) चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को मनाया जाता है। आईये देखते हैं दोनों का तुलनात्मक अंतर:

1. प्रकृति-
एक जनवरी को कोई अंतर नही जैसा दिसम्बर वैसी जनवरी.. वही चैत्र मास में चारो तरफ फूल खिल जाते हैं, पेड़ो पर नए पत्ते आ जाते हैं। चारो तरफ हरियाली मानो प्रकृति नया साल मना रही हो I

2. मौसम,वस्त्र-

दिसम्बर और जनवरी में वही वस्त्र, कंबल, रजाई, ठिठुरते हाथ पैर.. लेकिन
चैत्र मास में सर्दी जा रही होती है, गर्मी का आगमन होने जा रहा होता है I

3. विद्यालयो का नया सत्र- दिसंबर जनवरी मे वही कक्षा कुछ नया नहीं..
जबकि मार्च अप्रैल में स्कूलो का रिजल्ट आता है नई कक्षा नया सत्र यानि विद्यालयों में नया साल I

4. नया वित्तीय वर्ष-

दिसम्बर-जनबरी में कोई खातो की क्लोजिंग नही होती.. जबकि 31 मार्च को बैंको की (audit) क्लोजिंग होती है नए बही खाते खोले जाते है I सरकार का भी नया सत्र शुरू होता है I

5. कलैण्डर-

जनवरी में नया कलैण्डर आता है..
चैत्र में नया पंचांग आता है I उसी से सभी भारतीय पर्व, विवाह और अन्य महूर्त देखे जाते हैं I इसके बिना हिन्दू समाज जीवन की कल्पना भी नही कर सकता इतना महत्वपूर्ण है ये कैलेंडर यानि पंचांग I

6. किसानो का नया साल- दिसंबर-जनवरी में खेतो में वही फसल होती है..
जबकि मार्च-अप्रैल में फसल कटती है नया अनाज घर में आता है तो किसानो का नया वर्ष और उत्साह I

7. पर्व मनाने की विधि-

31 दिसम्बर की रात नए साल के स्वागत के लिए लोग जमकर शराब पीते है, हंगामा करते है, रात को पीकर गाड़ी चलने से दुर्घटना की सम्भावना, रेप जैसी वारदात, पुलिस प्रशासन बेहाल और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का विनाश..

जबकि भारतीय नववर्ष व्रत से शुरू होता है पहला नवरात्र होता है घर घर मे माता रानी की पूजा होती है I शुद्ध सात्विक वातावरण बनता है I

8. ऐतिहासिक महत्त्व- 1 जनवरी का कोई ऐतिहासिक महत्व नही है..
जबकि चैत्र प्रतिपदा के दिन महाराज विक्रमादित्य द्वारा विक्रमी संवत् की शुरुआत, भगवान झूलेलाल का जन्म, नवरात्रे प्रारंम्भ, ब्रम्हा जी द्वारा सृष्टि की रचना इत्यादि का संबंध इस दिन से है I

एक जनवरी को अंग्रेजी कलेंडर की तारीख और अंग्रेज मानसिकता के लोगो के अलावा कुछ नही बदला..
अपना नव संवत् ही नया साल है I
जब ब्रह्माण्ड से लेकर सूर्य चाँद की दिशा, मौसम, फसल, कक्षा, नक्षत्र, पौधों की नई पत्तिया, किसान की नई फसल, विद्यार्थीयों की नई कक्षा, मनुष्य में नया रक्त संचरण आदि परिवर्तन होते है। जो विज्ञान आधारित है I
अपनी मानसिकता को बदले I विज्ञान आधारित भारतीय काल गणना को पहचाने। स्वयं सोचे की क्यों मनाये हम 1 जनवरी को नया वर्ष..???

"एक जनवरी को कैलेंडर बदलें.. अपनी संस्कृति नहीं"
आओ जागेँ जगायेँ, भारतीय संस्कृति अपनायेँ और आगे बढ़े I
।।जय श्री राम जय सनातन धर्म।।
⛳🕉⛳🕉⛳🕉⛳

नया कलैण्डर San 2018 Eshvi शुभ और मंगलमय हो


*🍁🌴📚✍कीमती बात✍📚🌴🍁*

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*_✍🏻एक बार मीठे हलवे की कटोरी सामने आयी...तो ऐसे ही ध्यान आया की इसमें काजू,बादाम,सूजी यह सब तो दिखाई दे रहे हैं, पर जिस चीज से इसमें मिठास हैं वह शक्कर तो कही नजर ही नही आ रही हैं..._*

*_☝🏻ठीक ऐसे ही हमारे जीवन में भी कुछ आप जैसे लोग हैं, जो दिखाई तो नही देते, पर उनके अपनेपन की मिठास हमारे जीवन को हमेशा आनंदित करती रहती हैं..!!  _*Clik N Read what R That -- http://mukundnandan.wordpress.com ..

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   🙏🏻 💫   *******    💫🙏🏻
     *_🍁 शुभ और मंगलमय हो।🍁_*

    *_🌻🌴Ł🌻🌴🌻🌴🌻K🌴🌻_*
 
Holidays andObservances: -
1 Jan New Year's Day
5 Jan Guru Govind Singh Jayanti  
14 Jan Pongal
14 Jan Makar Sankranti
 22 Jan Vasant Panchami
26 Jan Republic Day
31 Jan Guru Ravidas Jayanti
10 Feb Maharishi Dayanand Saraswati Jayanti
13 Feb Maha Shivaratri/Shivaratri
19 Feb Shivaji Jayanti
1 Mar Holika Dahana
2 Mar Holi
18 Mar Chaitra Sukhladi
25 Mar Rama Navami
29 Mar Mahavir Jayanti
30 Mar Good Friday
1 Apr Hazarat Ali's Birthday
1 Apr Easter Day
14 Apr Vaisakhi
14 Apr Ambedkar Jayanti
15 Apr Mesadi/Vaisakhadi
30 Apr Buddha Purnima/Vesak
9 May Birthday of Ravindranath
15 Jun Ramzan Id/Eid-ul-Fitar
15 Jun Jamat Ul-Vida
14 Jul Rath Yatra
15 Aug Independence Day
17 Aug Parsi New Year
 22 Aug Bakr Id/Eid ul-Adha
25 Aug Onam
26 Aug Raksha Bandhan (Rakhi)
 3 Sep Janmashtami
13 Sep Ganesh Chaturthi/Vinayaka Chaturthi
21 Sep Muharram/Ashura
2 Oct Mahatma Gandhi Jayanti
16 OctMaha Saptami
17 OctMaha Navami
17 OctMaha Ashtami
19 OctDussehra (Maha Navami)
24 OctMaharishi Valmiki Jayanti
27 OctKaraka Chaturthi (Karva Chauth)
6 Nov Naraka Chaturdasi
7 Nov Diwali/Deepavali
 8 Nov Govardhan Puja
9 Nov Bhai Duj
13 Nov Chhat Puja (Pratihar Sashthi/Surya Sashthi)
21 Nov Milad un-Nabi/Id-e-Milad
23 Nov Guru Nanak Jayanti
24 Nov Guru Tegh Bahadur's Martyrdom Day
24 Dec Christmas Eve
25 Dec Christmas


Tuesday 26 December 2017

PANCH TANTRA


************STORIES FOR YOU***************

Story No. 1 – पानी और प्यासा कौआ (A Thirsty crow)

गर्मियों के दिन थे. दोपहर के समय बहुत ही सख्त गर्मी पड़ रही थी. एक कौआ पानी की तलाश में इधर – उधर भटक रहा था. लेकिन उसे कही भी पानी नहीं मिला. अंत में वह थका हुआ एक बाग में पहुँचा. वह पेड़ की शाखा पर बैठा हुआ था की अचानक उसकी नजर वृक्ष के नीचे पड़े एक घड़े पर गई. वह उड़कर घड़े के पास चला गया.
वहां उसने देखा कि घड़े में थोड़ा पानी है. वह पानी पीने के लिए नीचे झुका लेकिन उसकी चोंच पानी तक न पहुँच सकी. ऐसा इसलिए हो रहा था क्योंकि घड़े में पानी बहुत कम था.
परन्तु वह कौआ हताश नहीं हुआ बल्कि पानी पीने के लिए उपाय सोचने लगा. तभी उसे एक उपाय सूझा. उसने आस – पास बिखरे हुए कंकर उठाकर घड़े में डालने शुरू कर दिए. लगातार पानी में कंकड़ डालने से पानी ऊपर आ गया. फिर उसने आराम से पानी पिया और उड़ गया.
इस कहानी से शिक्षा :
दोस्तों जहाँ चाह होती है वहीँ राह होती है. कौवे को पानी की बहुत ज्यादा प्यास लगी थी. उसे पानी की बहुत आवश्यकता थी. जब उसे घड़े में पानी मिला तो वह Idea ढूंढने लगा और पानी पीने में मे कामयाब भी हुआ. हमें भी इस कहानी से यह जरुर सीखना चाहिए कि अगर हमें भी कुछ पाना है या हमें भी सफल होना है तो पहले हमारे अन्दर यह सोच आनी चाहिए की हमें भी सफल होना है.
अगर हम सफल होने के लिए अपने कदम बढ़ाएंगे तो हमें सफलता प्राप्त करने के रास्ते आसानी से मिलने लगेंगे. जहाँ चाह वहां राह और आवश्यकता ही हमेशा अविष्कार की जननी होती है.

Story No. 2 – एक चालाक लोमड़ी (A Clever Fox)

एक लोमड़ी बहुत भूखी थी. वह अपनी भूख मिटने के लिए भोजन की खोज में इधर – उधर घूमने लगी. जब उसे सारे जंगल में भटकने के बाद भी कुछ न मिला तो वह गर्मी और भूख से परेशान होकर एक पेड़ के नीचे बैठ गई. अचानक उसकी नजर ऊपर गई. पेड़ पर एक कौआ बैठा हुआ था. उसके मुंह में रोटी का एक टुकड़ा था. कौवे को देखकर लोमड़ी के मुँह में पानी भर आया. वह कौवे से रोटी छीनने का उपाय सोचने लगी.
तभी उसने कौवे को कहा, " क्यों भई कौआ भैया ! सुना है तुम गीत बहुत अच्छे गाते हो. क्या मुझे गीत नहीं सुनाओगे ?. कौआ अपनी प्रशंसा को सुनकर बहुत खुश हुआ. वह लोमड़ी की बातो में आ गया. गाना गाने के लिए उसने जैसे ही अपना मुँह खोला, रोटी का टुकड़ा नीचे गिर गया. लोमड़ी ने झट से वह टुकड़ा उठाया और वहां से भाग गई. अब कौआ अपनी मूर्खता पर पछताने लगा.
इस कहानी से शिक्षा :
यह छोटी कहानी हमें स्पष्ट सन्देश देती है की कभी भी हो अपनी झूठी प्रशंसा से हमें बचना चाहिए. कई बार हमारी Life में हमें कई ऐसे लोग मिलते है जो हमसे अपना Important काम निकालने के लिए हमारी झूठी तारीफ़ करते है. एक बार जब वे हमसे अपना काम निकाल लेते है तो उसके बाद फिर हमें पूछते भी नहीं. इसलिए हमेशा झूठी प्रसंशा से बचे.

Story No. 3 – दो बिल्लियाँ और बन्दर ( Two cats and a monkey)

एक नगर में दो बिल्लियाँ रहती थी. एक दिन उन्हें रोटी का एक टुकड़ा मिला. वे दोनों आपस में लड़ने लगी. वे उस रोटी के टुकड़े को दो समान भागों में बाँटना चाहती थी लेकिन उन्हें कोई ढंग नहीं मिल पाया.
उसी समय एक बन्दर उधर से निकल रहा था. वह बहुत ही चालाक था. उसने बिल्लियों से लड़ने का कारण पूछा. बिल्लियों ने उसे सारी बात सुनाई. वह तराजू ले आया और बोला, " लाओ, मैं तुम्हारी रोटी को बराबर बाँट देता हूँ. उसने रोटी के दो टुकड़े लेकर एक – एक पलड़े में रख दिए. वह बन्दर तराजू में जब रोटी को तोलता तो जिस पलड़े में रोटी अधिक होती, बन्दर उसे थोड़ी – सी तोड़ कर खा लेता.
इस प्रकार थोड़ी – सी रोटी रह गई. बिल्लियों ने अपनी रोटी वापस मांगी. लेकिन बन्दर ने शेष बची रोटी भी मुँह में डाल ली. फिर बिल्लियाँ उसका मुँह देखती रह गई.
इस कहानी से शिक्षा :
बचपन से आपने सुना होगा की कभी भी हमें आपस में लड़ना नहीं चाहिए. कोई भी दोस्त या परिवार तब तक बहुत मजबूत होता है, जब तक उनमे आपसी प्यार और विश्वास होता है.
एक बार जब वह आपस में लड़ने लग जाते है तो इससे दूसरे लोग भी फायदा उठाते है. वह इस लड़ाई को बड़ा बनाकर अपना मुनाफा ढूंढ लेते है. इसलिए लड़ने से अच्छा है एक साथ रहना. किसी भी Problem या मुसीबत को मिलकर दूर करना.

Story No. 4 – अंगूर खट्टे है (The Grapes Are Sour)

एक बार एक लोमड़ी बहुत भूखी थी. वह भोजन की तलाश में इधर – उधर भटकती रही लेकिन कही से भी उसे कुछ भी खाने को नहीं मिला. अंत में थक हारकर वह एक बाग़ में पहुँच गयी. वहां उसने अंगूर की एक बेल देखी. जिसपर अंगूर के गुच्छे लगे थे.
वह उन्हें देखकर बहुत खुश हुई. वह अंगूरों को खाना चाहती थी, पर अंगूर बहुत ऊँचे थे. वह अंगूरों को पाने के लिए ऊँची – ऊँची छलांगे लगाने लगी. किन्तु वह उन तक पहुँच न सकी. वह ऐसा करते – करते बहुत थक चुकी थी. आखिर वह बाग से बाहर जाते हुए कहने लगी कि अंगूर खट्टे है. अगर मैं इन्हें खाऊँगी तो बीमार हो जाउंगी.
इस कहानी से शिक्षा :
दोस्तों कभी भी हो हमें हर चीज या हालात में हमेशा अच्छाई ढूंढनी चहिये. हम अगर कोई चीज प्राप्त न कर सके तो उसे बुरा नहीं कहना चाहिए. बहुत सारे लोगो की यह प्रॉब्लम होती है की वह अगर किसी चीज में Succes नहीं हुए या कोई काम कर न सके तो वह खुद में कमियां देखने के बजाय उस काम में ही कमियाँ निकालने लगते है. हमें लोमड़ी की तरह अंगूर खट्टे है कभी नहीं बोलना है.

Story No. 5 – लालची कुत्ता (A Greedy Dog)

एक गाँव में एक कुत्ता था. वह बहुत लालची था. वह भोजन की खोज में इधर – उधर भटकता रहा. लेकिन कही भी उसे भोजन नहीं मिला. अंत में उसे एक होटल के बाहर से मांस का एक टुकड़ा मिला. वह उसे अकेले में बैठकर खाना चाहता था. इसलिए वह उसे लेकर भाग गया.
एकांत स्थल की खोज करते – करते वह एक नदी के किनारे पहुँच गया. अचानक उसने अपनी परछाई नदी में देखी. उसने समझा की पानी में कोई दूसरा कुत्ता है जिसके मुँह में भी मांस का टुकड़ा है.
उसने सोचा क्यों न इसका टुकड़ा भी छीन लिया जाए तो खाने का मजा दोगुना हो जाएगा. वह उस पर जोर से भौंका. भौंकने से उसका अपना मांस का टुकड़ा भी नदी में गिर पड़ा. अब वह अपना टुकड़ा भी खो बैठा. अब वह बहुत पछताया तथा मुँह लटकाता हुआ गाँव को वापस आ गया.
इस कहानी से शिक्षा :
लालच बुरी बला है. हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए. जो भी इंसान लालच करता है वह अपनी लाइफ में कभी भी खुश नहीं रह सकता. हमें अपनी मेहनत या किस्मत का जितना भी मिल गया. उससे अपना काम निकालना चाहिए.
लेकिन अगर हम थोड़ा ज्यादा के चक्कर में लालच करेंगे तो हमारे पास अभी जितना है उससे भी हाथ धोना पड़ सकता है. इसलिए कहते है ज्यादा लालच अच्छा नहीं होता.
दोस्तों ! हमें पूरी उम्मीद है की आपको पंचतन्त्र की ये 5 प्रसिद्ध कहानियाँ जरुर पसंद आई होगी. अपनी राय अवश्य दे.

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Monday 25 December 2017

घर में तुलसी का पौधा


तुलसी का पौधा कब लगाना चाहिए ? तुलसी का पौधा किस दिन लगाना चाहिए?  तुलसी का पौधा किस दिशा में लगाना चाहिए ? तुलसी का पौधा लगाने की विधि तुलसी पूजा विधि तुलसी के पौधे की देखभाल तुलसी के पौधे की जानकारी तुलसी का पौधा कहा लगाए ?
 अधिकांश हिन्दू परिवारों में
तुलसी का पौधा  लगाने की परम्परा प्राचीन काल से ही चली आ रही है। शायद ही कोई ऐसा हिन्दू घर होगा जहाँ तुलसी का पौधा  ना लगा हो। तुलसी के पौधे को एक तरह से देवी लक्ष्मी का रूप माना गया है। कहा जाता है कि जिस घर में तुलसी की पूजा-अर्चना होती है, उस घर के ऊपर देवी लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। ऐसा भी माना जाता है कि जिस स्थान पर तुलसी का पौधा होता है वहाँ भगवान विष्णु का निवास होता है।
शास्त्रों में तुलसी को पूजनीय, पवित्र और देवी स्वरूप माना गया है। इस कारण यदि आपके घर में भी तुलसी का पौधा  हो तो कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए नहीं तो आपको लाभ की जगह नुकसान भी हो सकता है। यदि आप इन बातों का ध्यान रखते हैं तो आप पर सभी देवी देवताओं की कृपा सदैव बनी रहेगी।
तुलसी का पौधा किस दिशा में लगाना चाहिए ?
वास्तु शास्त्र के अनुसार हर पौधे को लगाने की एक निश्चित दिशा होती है। यदि हम किसी पौधे को वास्तु शास्त्र में बताई गयी दिशा के अनुसार लगाते हैं तो हमें कभी भी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
अगर वास्तु शास्त्र की मानें तो घर में तुलसी का पौधा  उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में ही लगाना चाहिए क्योंकि माना जाता है इस दिशा में देवी लक्ष्मी का वास होता है। इस दिशा में तुलसी का पौधा लगाने से घर में बरकत बनी रहती है और घर में आने वाली लक्ष्मी टिकती है।
तुलसी का पौधा कब लगाना चाहिए
तुलसी का पौधा कब लगाना चाहिए ? ..  जिससे हमारा तुलसी का पौधा सूखे नहीं। अक्सर देखने में आता है कि तुलसी का पौधा लगाने के बाद जल्दी ही सूख जाता है। ऐसे में हमारे मन में सवाल उठता है कि आखिर तुलसी का पौधा कब लगाना चाहिए ?आज हम आपको तुलसी का पौधा लगाने की विधि  बताएँगे जिससे आपकी यह समस्या समाप्त हो जाएगी कि आखिर तुलसी का पौधा कब लगाना चाहिए ।
 नीचे वेबसाइट पर एक बार जरूर visit करें
Website Link : http://yormukund.wordpress.com/
तुलसी का पौधा Tulsi ka Paudha तभी लगाना चाहिए जब बहुत ज्यादा गर्मी या सर्दी ना हो। बहुत ज्यादा गर्मी या बहुत ज्यादा सर्दी में तुलसी का पौधा  लगाने से यह अक्सर सूख जाता है। इसे आप बरसात के समय लगा सकते हैं।
तुलसी का पौधा किस दिन लगाना चाहिए ?
अगर आप सोच रहे हैं कि तुलसी का पौधा किस दिन लगाना चाहिए ..तो अगर मुहूर्त की बात करें तो इसे किसी रविवार के दिन लगाना शुभ होता है। इसे आप किसी गमले में भी उगा सकते हैं। ध्यान रहे मिट्टी उपजाऊ ही होनी चाहिए।
अक्सर आपने देखा होगा कि हम अपने तुलसी के पौधे की देखभाल सही तरह से करते हैं फिर भी तुलसी का पौधा  सूख जाता है। माना जाता है कि इस तरह तुलसी का सूख जाना घर के लिए अशुभ होता है। यह घर में आने वाली किसी मुसीबत का संकेत भी हो सकता है। कहा जाता है इस तरह तुलसी सूखकर घर में आने वाली मुसीबत का संकेत देती है।
यदि तुलसी का पौधा सूख जाए तो क्या करना चाहिए ?
 हम आपको बताएँगे कि यदि घर में तुलसी सूख जाए तो क्या करना चाहिए। कभी कभी ऐसा होता है कि हमारे घर में लगा तुलसी का पौधा  सूख जाता है। यदि घर में तुलसी सूख जाए तो उसे किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए और उसके स्थान पर एक दूसरा तुलसी का पौधा  लगाना चाहिए। माना जाता है कि सूखा हुआ तुलसी का पौधा घर में नहीं रहना चाहिए। यदि घर में सूखा हुआ तुलसी का पौधा होगा तो यह घर में होने वाली बरकत में बाधा उत्पन्न करेगा। इसलिए घर में सूखा हुआ तुलसी का पौधा भूलकर भी नहीं रखना चाहिए।

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Saturday 23 December 2017

आप पर कोई वशीकरण से लेकर .... प्रयोग तक कर सकता हैं

ज्योतिष वास्तु संस्कार की
       सप्रेम प्रस्तुति

👚 👕 👖 👔 👗 👘 👕🧥

🌲 🌳 🌴 🌱 🌿☘ 🍀 🎋

   आपके जीवन में कपड़ो का
               महत्व
🧥👘 👗 👔 👖 👚 🧥👘


कपड़े ना सिर्फ शरीर ढकने के काम आते है बल्कि हमारे व्यक्तित्व,व्यवसाय,स्तर के साथ साथ हमारे  चरित्र व्यवहार,आत्मविश्वास को भी दर्शाने के काम आते हैं किसी भी व्यक्ति को उसके कपड़े पहनने के तरीके से,कपड़ो के रंग से,कपड़ो की गुणवत्ता से अर्थात पहनावे से सरलता से पहचाना जा सकता हैं की उसका सामाजिक स्तर उसकी सोच व व्यवसाय किस प्रकार का है।

     लेकिन आप ये नही समझते कि आप जिस रंग के कपड़े पहन रहे हो आपके लिये कितने सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव दे रहे है । जब एक पत्थर याने नग का छोटा सा टुकड़ा अंगूठी में पहना जाता हैं और उसका असर होता हैं तो क्या शरीर पर जो कपड़े पहने जाते उसका कितना असर जिंदगी पर होगा ।

    आइये आज ज्योतिष अनुसार आपको कुछ नया सिखाते हैं ।

    कभी भी फ़टे पुराने कपड़े नही धारण करे क्योंकि  फटे-पुराने कपड़े पहनना हमारी संस्कृति के अनुसार नहीं है लेकिन इससे भी अधिक ऐसे कपड़े शुक्र ग्रह को भी प्रभावित करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फटे उपवस्त्र हमारी शारीरिक क्षमता एवं ऊर्जा को नष्ट कर देते हैं तथा तन-मन को शिथिल बनाकर अनेक बीमारियों को जन्म देने वाले होते हैं। फ़टे पुराने जले और गंदे कपड़े पहनने से शुक्र खराब होकर बुरा असर देता है । शुक्र ऐश्वर्य प्रदान करता है, और गंदे कपड़े पहनने से ऐश्वर्य खत्म हो जाता है ।

      एक खास बात ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कोई भी वस्त्र जो बुनकर बनाया जाता है, उसके धागों पर बुध ग्रह अपना अधिपत्य रखता है। वह धागे जब एकत्रित करके बुने जाते हैं एवं आखिरकार जब उनसे एक वस्त्र तैयार किया जाता है तब वो वस्त्र शुक्र की श्रेणी में आ जाता।
इसके बाद उस वस्त्र को पहनने लायक बनाने के लिए जब हम सिलाई के लिए उसे उपयोग में लाने हेतु काटते हैं, तो उस पर मंगल ग्रह का प्रतीक लिए कैंची का उपयोग किया जाता है। उसे नाप देकर चन्द्र रूपी धागे से सिला जाता है। अंत में यह वस्त्र जब पहनने योग्य हो जाता है तो वो शनि का रूप धारण कर लेता है।

परंतु जो वस्त्र नए तथा बिना धुले हुए अर्थात कोरे हों उन्हें पहनकर हम शनि, मंगल, बुध, शुक्र और शनि से संबंधित समस्याओं को अपने ऊपर ले लेते हैं क्योंकि कपड़ों को सिलते समय सुई का इस्तेमाल होता है जो शनि के समान हैं इसी कारण कपड़े जब तक धुलते नहीं हैं वो कीलक की श्रेणी में आ जाते हैं। 

इसी कारण नए बिना धुले कपड़ों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।
इसलिए कपड़े वही पहनें तो साफ हों एवं कहीं से फटे ना हों। तभी आपको उनके माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होगी। इसलिये कभी भी जब हम दर्जी या टेलर से कपड़े से नए कपड़े सिलवाकर लाये तो उसे पहले धो ले अथवा धारण या पहनने के पूर्व उस पर पानी छींटकर फिर पहने ।

  नए  कपड़े कब धारण करे ?
🧥
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुधवार, वीरवार एवं शुक्रवार को ही नवीन वस्त्र पहनने चाहिएं। शनिवार को पहनने से वस्त्र शीघ्र फटता है। रविवार को पहनने से वस्त्र के जलने का डर रहता है तथा सोमवार को नवीन वस्त्र पहनने से पहनने वाले की आयु क्षीण होती है।

    सोने के लिए दूसरा वस्त्र होना चाहिए। सड़कों पर घूमने के लिए दूसरा और देवताओं की पूजा करने के लिए दूसरा वस्त्र रखना चाहिए।कभी भी सोने के वस्त्र पहन कर भगवान की पूजा नही
करना चाहिये ।

   क्या हम कपड़े दान कर सकते ?🏼

कपड़ो का दान शुभ बताया गया किन्तु किसी पंडित को पुराने कपड़े दान में देना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से लक्ष्मी जी आपसे रूठ सकती है और आपको पैसों की परेशानी झेलनी पड़ सकती है। लेकिन किसी जरूरतमंद को हम अपने पहने हुए कपड़े दे सकते हैं, परन्तु दान के रूप में नही।

          खास सलाह


ज्योतिषशास्त्र के अनुसार विवाह के इच्छ़ुक युवक युवतियों को काले रंग के कपड़ों का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि काला रंग शनि, राहु और केतु इन तीनों ग्रहों का प्रतिनिधित्व करता है जो विवाह में बाधक होते हैं।

अक्सर लोग घरों की अलमारी या दीवान में फटे-पुराने कपड़ों की एक पोटली रखते हैं। हालांकि कुछ लोग जो कपड़े अनुपयोगी हो गए हैं उनको कबर्ड या अलमारी के निचले हिस्से में रख छोड़ते हैं। फटे-पुराने कपड़ों या चादरों से भी घर में नकारात्मक मानसिकता और ऊर्जा का निर्माण होता है। इस तरह के वस्त्रों को किसी को दान कर देना चाहिए या इसका किसी और काम में उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा कभी फटी बनियान, जांघिये या फटे कपड़े न पहने।

     कपड़े लग्न अनुसार पहनने से सकारात्मक असर के साथ कई बीमारी से भी मुक्ति मिलती हैं, जैसे सिंह लग्न वाले व्यक्ति यदि काला औऱ नीला रंग ज्यादा पहनेगे तो बीमारी, मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन, उलझन समस्या आदि का सामना करना पड़ सकता हैं ।

      क्या आप जानते हो❓

     यदि आपके घर से आपके अंतःवस्त्र चोरी हुए या  बार बार
गायब हो रहे तो आप पर कोई वशीकरण से लेकर मारण प्रयोग तक कर सकता हैं । खास तौर पर ये प्रयोग होली, दिवाली औऱ अमावस्या पर होते हैं । इसलिये जरा सावधान रहें ।

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Friday 22 December 2017

नयी सदी से मिल रही, दर्द भरी सौगात!



🔹नयी सदी से मिल रही, दर्द भरी सौगात!
       बेटा कहता बाप से, तेरी क्या औकात!!
🔹पानी आँखों का मरा, मरी शर्म औ लाज!
      कहे बहू अब सास से, घर में मेरा राज!!
🔹भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास!
     बहन पराई हो गयी, साली खासमखास!!
🔹मंदिर में पूजा करें, घर में करें कलेश!
      बापू तो बोझा लगे, पत्थर लगे गणेश!!
🔹बचे कहाँ अब शेष हैं, दया, धरम, ईमान!
      पत्थर के भगवान हैं, पत्थर दिल इंसान!!
🔹पत्थर के भगवान को, लगते छप्पन भोग!
      मर जाते फुटपाथ पर, भूखे, प्यासे लोग!!
🔹फैला है पाखंड का, अन्धकार सब ओर!
     पापी करते जागरण, मचा-मचा   कर शोर!
🔹पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप!
     भंडारे करते फिरें, घर में भूखा बाप! .. 😒 .. 😒.. 😒.. 😒
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Wednesday 20 December 2017

🍃 . Arogya . 🍃


🍃 Arogya 🍃
      स्वस्थ रहें 
      -------------
1-- 90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं। पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए। अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेगी।

2-- कुल 13 अधारणीय वेग हैं |

3--160 रोग केवल मांसाहार से होते है |

4-- 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते हैं। भोजन के 1 घंटे बाद ही जल पीना चाहिये।

5-- 80 रोग चाय पीने से होते हैं।

6-- 48 रोग ऐलुमिनियम के बर्तन या कुकर के खाने से होते हैं।

7-- शराब, कोल्डड्रिंक और चाय के सेवन से हृदय रोग होता है।

8-- अण्डा खाने से हृदयरोग, पथरी और गुर्दे खराब होते हैं।

9-- ठंडे जल (फ्रिज) और आइसक्रीम से बड़ी आंत सिकुड़ जाती है।

10-- मैगी, गुटका, शराब, सूअर का माँस, पिज्जा, बर्गर, बीड़ी, सिगरेट, पेप्सी, कोक से बड़ी आंत सड़ती है।

11-- भोजन के पश्चात् स्नान करने से पाचनशक्ति मन्द हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है।

12-- बाल रंगने वाले द्रव्यों (हेयरकलर) से आँखों को हानि (अंधापन भी) होती है।

13-- दूध (चाय) के साथ नमक (नमकीन पदार्थ) खाने से चर्म रोग हो जाता है।

14-- शैम्पू, कंडीशनर और विभिन्न प्रकार के तेलों से बाल पकने, झड़ने और दोमुहें होने लगते हैं।

15-- गर्म जल से स्नान से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है। गर्म जल सिर पर डालने से आँखें कमजोर हो जाती हैं।

16-- टाई बांधने से आँखों और मस्तिश्क हो हानि पहुँचती है।

17-- खड़े होकर जल पीने से घुटनों (जोड़ों) में पीड़ा होती है।

18-- खड़े होकर मूत्र-त्याग करने से रीढ़ की हड्डी को हानि होती है।

19-- भोजन पकाने के बाद उसमें नमक डालने से रक्तचाप (ब्लडप्रेशर) बढ़ता है।

20-- जोर लगाकर छींकने से कानों को क्षति पहुँचती है।

21-- मुँह से साँस लेने पर आयु कम होती है।

22-- पुस्तक पर अधिक झुकने से फेफड़े खराब हो जाते हैं और क्षय (टीबी) होने का डर रहता है।

23-- चैत्र माह में नीम के पत्ते खाने से रक्त शुद्ध हो जाता है, मलेरिया नहीं होता है।

24-- तुलसी के सेवन से मलेरिया नहीं होता है।

25-- मूली प्रतिदिन खाने से व्यक्ति अनेक रोगों से मुक्त रहता है।

26-- अनार आंव, संग्रहणी, पुरानी खांसी व हृदय रोगों के लिए सर्वश्रेश्ठ है।

27-- हृदय-रोगी के लिए अर्जुन की छाल, लौकी का रस, तुलसी, पुदीना, मौसमी, सेंधा नमक, गुड़, चोकर-युक्त आटा, छिलके-युक्त अनाज औशधियां हैं।

28-- भोजन के पश्चात् पान, गुड़ या सौंफ खाने से पाचन अच्छा होता है। अपच नहीं होता है।

29-- अपक्व भोजन (जो आग पर न पकाया गया हो) से शरीर स्वस्थ रहता है और आयु दीर्घ होती है।

30-- मुलहठी चूसने से कफ बाहर आता है और आवाज मधुर होती है।

31-- जल सदैव ताजा (चापाकल, कुएं आदि का) पीना चाहिये, बोतलबंद (फ्रिज) पानी बासी और अनेक रोगों के कारण होते हैं।

32-- नीबू गंदे पानी के रोग (यकृत, टाइफाइड, दस्त, पेट के रोग) तथा हैजा से बचाता है।

33-- चोकर खाने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। इसलिए सदैव गेहूं मोटा ही पिसवाना चाहिए।

34-- फल, मीठा और घी या तेल से बने पदार्थ खाकर तुरन्त जल नहीं पीना चाहिए।

35-- भोजन पकने के 48 मिनट के अन्दर खा लेना चाहिए। उसके पश्चात् उसकी पोशकता कम होने लगती है। 12 घण्टे के बाद पशुओं के खाने लायक भी नहीं रहता है।

36-- मिट्टी के बर्तन में भोजन पकाने से पोशकता 100%, कांसे के बर्तन में 97%, पीतल के बर्तन में 93%, अल्युमिनियम के बर्तन और प्रेशर कुकर में 7-13% ही बचते हैं।

37-- गेहूँ का आटा 15 दिनों पुराना और चना, ज्वार, बाजरा, मक्का का आटा 7 दिनों से अधिक पुराना नहीं प्रयोग करना चाहिए।

38-- 14 वर्श से कम उम्र के बच्चों को मैदा (बिस्कुट, बे्रड, समोसा आदि) कभी भी नहीं खिलाना चाहिए।

39-- खाने के लिए सेंधा नमक सर्वश्रेश्ठ होता है उसके बाद काला नमक का स्थान आता है। सफेद नमक जहर के समान होता है।

40-- जल जाने पर आलू का रस, हल्दी, शहद, घृतकुमारी में से कुछ भी लगाने पर जलन ठीक हो जाती है और फफोले नहीं पड़ते।

41-- सरसों, तिल, मूंगफली या नारियल का तेल ही खाना चाहिए। देशी घी ही खाना चाहिए है। रिफाइंड तेल और वनस्पति घी (डालडा) जहर होता है।

42-- पैर के अंगूठे के नाखूनों को सरसों तेल से भिगोने से आँखों की खुजली लाली और जलन ठीक हो जाती है।

43-- खाने का चूना 70 रोगों को ठीक करता है।

44-- चोट, सूजन, दर्द, घाव, फोड़ा होने पर उस पर 5-20 मिनट तक चुम्बक रखने से जल्दी ठीक होता है। हड्डी टूटने पर चुम्बक का प्रयोग करने से आधे से भी कम समय में ठीक होती है।

45-- मीठे में मिश्री, गुड़, शहद, देशी (कच्ची) चीनी का प्रयोग करना चाहिए सफेद चीनी जहर होता है।

46-- कुत्ता काटने पर हल्दी लगाना चाहिए।

47-- बर्तन मिटटी के ही परयोग करन चाहिए।

48-- टूथपेस्ट और ब्रश के स्थान पर दातून और मंजन करना चाहिए दाँत मजबूत रहेंगे। (आँखों के रोग में दातून नहीं करना)

49-- यदि सम्भव हो तो सूर्यास्त के पश्चात् न तो पढ़े और लिखने का काम तो न ही करें तो अच्छा है।

50-- निरोग रहने के लिए अच्छी नींद और अच्छा (ताजा) भोजन अत्यन्त आवश्यक है।

51-- देर रात तक जागने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कमजोर हो जाती है। भोजन का पाचन भी ठीक से नहीं हो पाता है आँखों के रोग भी होते हैं।

52-- प्रातः का भोजन राजकुमार के समान, दोपहर का राजा और रात्रि का भिखारी के समान।

आशा है स्वयं के परिवार में भी इसे लागु करेंगे।

Contact - Nisshul Aarogya Evam Swasthya Paramarsh Hetu Aavashyak Doccuments Aadhar Aadi Ke Sath.
Mukund Nandan Ji ..  A World Fame  Name For -- Solution For Personal & Familiar Life Problems Through Astro-Tantra-Vastu-Yoga-Pshyco-Treat-Aushadhi ....Call/whatsApp : 09334534189

भाग्य के भरोसे

*"भाग्य  बारिश का पानी है*
                      *और..*
          *परिश्रम कुंए का जल*....

    *बारिश में नहाना आसान तो है*,
                    *लेकिन....*
    *रोज नहाने के लिए हम बारिश* 
         *के सहारे नहीं रह सकते...!!*

     *इसी प्रकार भाग्य से कभी-कभी*
      *चीजे आसानी से मिल जाती है,*
   *किन्तु हमेशा भाग्य के भरोसे नहीं जी* 
                  *सकते...!!*

        
                  🌿🌺💐🌺🌿
                          🙏  🙏
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सदा मुस्कुराते रहो


कभी कभी ठोकरें भी अच्छी होती हैं..!*  *क्योंकि*
*रास्ते की रुकावटों का पता चलता है..!*   *और*
*संभालने वाले हाथ किसके हैं..!*
*ये भी पता चलता है..!❞*

💐💐💐💐 🌹💞💝👏👏🙊🌹

*आँखे बंद करने से..*
      *मुसीबत नहीं टलती .!*
                  *और .*
       *मुसीबत आए बिना ..*
        *आँखे  नहीं खुलती...* 

     *छल* में बेशक *बल* है
                  लेकिन
  *प्रेम * में आज भी *हल* है..

       🌴  🌹💞💝👏👏
    

*हमारा व्यवहार कई बार हमारे ज्ञान से अधिक अच्छा साबित होता है।*

*क्योंकि जीवन में जब विषम परिस्थितियां आती हैं,*

*तब ज्ञान हार सकता है,*
*किन्तु व्यवहार से हमेशा जीत होने की संभावना रहती है।*       

*​💐😊सदा मुस्कुराते रहो 😊💐​*

whatsApp/Call : 09334534189

Monday 18 December 2017

'💕💘दिमाग' में तो.. लोग खुद ही बसा लेते है..

*```एक बार संख्या 9 ने 8 को थप्पड़ मारा```*
*```8 रोने लगा```*... 
 *``` पूछा मुझे क्यों मारा```* ..?😎
,
 *``` 9 बोला```*... 
,
*```मैं बड़ा हु इसीलए मारा```*..
,
*```सुनते ही 8 ने 7 को मारा```*
*```और 9 वाली बात दोहरा दी```*
,
*```7 ने 6 को```*..
*```6 ने 5 को```*..
*```5 ने 4 को```*..
*```4 ने 3 को```*..
*```3 ने 2 को```*..
*```2 ने 1 को```*..
,
*```अब 1 किसको मारे 1 के निचे तो 0 था```* !😝
,
1 ने उसे मारा नहीं
बल्कि प्यार से उठाया
और उसे अपनी बगल में 
बैठा लिया
,
जैसे ही बैठाया...
उसकी ताक़त 10 हो गयी..!
और 9 की हालत खराब हो गई.
,
जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,
कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,
दूर हो या पास...क्या फर्क पड़ता हैं,
,
"अनमोल रिश्तों"
का तो बस "एहसास" ही काफी हैं !
बहुत ही खूबसूरत लाईनें..
,
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!
,
डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसी को बताकर नही आता..!
,
अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जीत सकती..
,
बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका...!!"
,
"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो,
ना ही तुम अपने कंधे पर सर
रखकर रो सकते हो !
,
एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो
तुम्हे चाहते हों दिल से!
,
रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर
जीवन अमीर जरूर बना देते है "
,
आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू -
सड़क वही रहेगी |
,
आप टाइटन पहने या रोलेक्स -
समय वही रहेगा |
,
आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग - 
आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंगे |
,
आप इकॉनामी क्लास में सफर करें
या बिज़नस में -
आपका समय तो उतना ही लगेगा |
,

,
एक सत्य ये भी है कि धनवानो का आधा धन तो ये जताने में चला जाता है की वे भी धनवान हैं |
,
कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....
पर रोटी की साईज़ लगभग
सब घर में एक जैसी ही होती है।
,
: शानदार बात
,
बदला लेने में क्या मजा है 
मजा तो तब है जब तुम
सामने वाले को बदल डालो..||
,
इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और परिंदे सोचते है रहने को घर मिले...!!
💕इसलिए कहा जाता है-💘

💕बसना हो तो...
'ह्रदय' में बसो किसी के..!👩

'💕💘दिमाग' में तो..
लोग खुद ही बसा लेते है..!!👩

              
 ❄❄❄❄❄❄❄
╔══════════════════╗
║    ❤💋प्रेम से कहिये जय श्री राधे  ║💋❤
╚══════════════════
💋💘💕ये sms अपने जीवन के अच्छे दोस्तों को भेजो, मुझे भी करना अगर मैं हूँ तो? ...👍💘👍👍👍👍........

Sunday 17 December 2017

अपनी ताक़त पर गुरुर




जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।

और....

जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।

जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।

और….

जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।

जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है.

दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...   
  क्योकि वो कठोर होते है। 

छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर
बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार
देती है..
किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।


"प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।

विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।

साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।

किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।

एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है!!"?.:  🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
नंगे पाँव चलते "इन्सान" को लगता है
कि "चप्पल होते तो कितना अच्छा होता"
बाद मेँ……….
"साइकिल होती तो कितना अच्छा होता"
उसके बाद में………
"मोपेड होता तो थकान नही लगती"
बाद में………
"मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता"

फिर ऐसा लगा की………
"कार होती तो धूप नही लगती"
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
"हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता"
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि "नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी "तसल्ली" मिलती"…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
" जरुरत के मुताबिक "जिंदगी" जिओ – "ख्वाहिश"….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि 'जरुरत'
तो 'फकीरों' की भी 'पूरी' हो जाती है, और
'ख्वाहिशें'….. 'बादशाहों ' की भी "अधूरी" रह जाती है"…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
"जीत" किसके लिए, 'हार' किसके लिए
'ज़िंदगी भर' ये 'तकरार' किसके लिए…
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जो भी 'आया' है वो 'जायेगा' एक दिन
फिर ये इतना "अहंकार" किसके लिए…
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
ए बुरे वक़्त !
ज़रा "अदब" से पेश आ !!
"वक़्त" ही कितना लगता है
"वक़्त" बदलने में………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
मिली थी 'जिन्दगी' , किसी के
'काम' आने के लिए…..
पर 'वक्त' बीत रहा है , "कागज" के "टुकड़े" "कमाने" के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀      

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Thursday 14 December 2017

मिट्टी की मूर्तियां

*Nice lines.......For Understanding .. *

*🌪🌪एक मिट्टी की मूर्तियां बनाने वाला  (कुम्हार) ईश्वर से कहता है....._*     
        *⚘_"हे प्रभु तू भी एक कलाकार है और मैं भी एक कलाकार हूँ,_*   
 *⚘_तूने मुझ जैसे असंख्य पुतले बनाकर इस धरती पर भेजे हैं,_*
 *⚘_और मैंने तेरे असंख्य पुतले बना कर इस घरती पर बेचे हैं।_*
*⚘_पर ईश्वर उस समय बड़ी शर्म आती है, जब तेरे बनाये हुए पुतले आपस में लड़ते हैं_,*
*⚘_और मेरे बनाये हुए  पुतलों के सामने लोग शीश झुकाते हैं"_..*     🙏🙏
*ध्यान से पढ़े कितना बड़ा सच है.*
*🌺🌺🌺**whatsApp - 09334534189 **🌺🌺🌺

Tuesday 12 December 2017

कौन देगा शरण ?


कौन देगा शरण ???
# जब किसी को अपनाया ही नहीं
# इस बात से नही डरना चाहिए कि हम मर जाएंगे,
# परंतु इस पर विचार अवश्य करना कि हम मर कर किधर जाएंगे ??
क्योंकि इस जगत हमने घर बना लिया ,
सगे-सम्बन्धी एव मित्र ढूंढ लिए, जो मन मे आया सो कर लिया,और अपने आप मे संतुस्ट हो लिए।
# पर क्या यह काफी हो गया?
# क्या इसके बाद सम्पूर्ण जिम्मेदारी भी पूरी हो गयी ??
# घर बनाया परन्तु कितने समय के लिए यह घर बनाया है ??
# क्या सदा यहीं पर रहना है ??
जब यह सोचोगे तब लगेगा की कहीं तो कोई कमी बाकी रह गायी है, यह सब तो इस भौतिक जगत के लिए है। जो एक निश्चित समय के लिए है, उसको तो पूरी मेहनत और लगन के साथ किया
# परंतु क्या आत्म-जगत के लिए भी कभी कुछ किया ??
# यदि नहीं तो कब करोगे ??
आज कल के बारे मे यदि सोचोगे तो आज बीत जाता है और कल कभी आता नहीं है
# माना कि धर्म के अनुसार सांसारिक रिश्तों को भी ईश्वर ने ही बतौर जिम्मेदारी हमे निभाने को दिये हैं यह तो ठीक है कि जिस प्रकार हमारे पालन-पोषण की जिम्मेदारी हमारे माँ-बाप ने निभाई ठीक उसी प्रकार हमे भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होती है
# परंतु इसी चक्कर मे अपने आत्मिक विकास के बारे मे मत भूल जाना, नहीं तो
# इस दुनिया को छोड़ने के बाद आपका अपना कौन होगा ??
# क्योंकि शरीर छूटने के बाद यह सब यहीं पर रह जाएगा। साथ कुछ जाएगा नहीं।
# तब क्या होगा ??
# कहाँ जाएंगे ??
# कौन अपनाएगा ??
अर्थात :-- शरण कहाँ मिलेगी, जब हमारे पास शरीर रूपी साधन था परमात्मा को अपनाने के लिए तब तो उसे अपनाया नहीं
और जब हमारे पास अब कोई साधन ही नहीं बचा तो हम अपनाएँगे कैसे और पहले अपनाया नहीं तो कहीं ऐसा नहीं हो कि शरीर छूटने के बाद आत्मा को भटकना पड़े। यदि ऐसा हुआ तो हम पाप का भोग भोगंगे और जो जन्म हमे लाखो पुन्य कर के प्राप्त हुआ वह बेअर्थ हो जाएगा । वैसे भी जो किया वह सब शारीरिक भोग के लिए, इस भौतिक जगत के लिए, आत्मिक जगत के लिए कुछ नहीं
# फिर सोचो आपके साथ क्या जाएगा ??
# धन भूमि मे गड़ा रह जाता है,
# पशु गौशाला मे बंधे रह जाते हैं,
# स्त्री घर के द्वार तक साथ देती है,
# संबंधी मित्रगण शमशान तक साथ देते हैं,
# शरीर चिता तक साथ देता है
# अर्थात :-- जो इस संसार मे पाया यहीं पर छूट गया तो फिर साथ क्या गया ??
जो मृत्यु उपरांत प्राप्त हो सके, झूठ, छल, कपट, करके प्राप्त धन, बैभवता, शान, शौकत, सब यहीं छूट जाती हैं, अगर साथ रह जाती तो केवल अपनी करनी जो हम कर जाते हैं,उसी करनी का फल लेकर हम इस संसार से गमन करते हैं।
# हम अकेले होते हैं,आपने कर्मों का प्रमाण पत्र (सर्टिफिकेट) लेकर और उसी के अनुसार हमे गति प्रदान की जाती है।
उस समय हम और हमारे सामने ईश्वर हमारे कर्मो का लेखा-जोखा देखकर हमारी गति निर्धारित करते हैं।
# अवश्य मन्थन करना कि
# क्या इसी लिए हम आए थे इस संसार मे?
# ईश्वर ने तो हमे शरीर इस लिए प्रदान किया कि हम आपने कर्मो के माध्यम से जन्मो-जन्मो के फेर से मुक्ति पा लें
परंतु हम तो यहाँ की चकाचौध मे विलुप्त हो गए जहां हमे स्वार्थ,पाप के सिवा कुछ दिखाई ही नहीं दिया,
# धर्म को भूले,
# कर्म को भूले,
# और तो और जिस ईश्वर ने हमे पैदा किया उसे ही भूल गए, जब ऐसा किया तो भरेगा कौन ??

Sunday 10 December 2017

शास्त्रों में है कि जो ....

   
  ║घर मे गरीबी आने के कारण║     

1= रसोई घर के पास में पेशाब करना ।

2= टूटी हुई कन्घी से कंगा करना ।

3= टूटा हुआ सामान उपयोग करना।

4= घर में कूडा - कचरा रखना।

5= रिश्तेदारो से बदसुलूकी करना।

6= बांए पैर से पैंट पहनना।

7= संध्या वेला मे सोना।

8= मेहमान आने पर नाराज होना।

9= आमदनी से ज्यादा खर्च करना।

10= दाँत से रोटी काट कर खाना।

11= चालीस दीन से ज्यादा बाल रखना ।
12= दांत से नाखून काटना।

14= औरतो का खडे खडे बाल बांधना।

15 = फटे हुए कपड़े पहनना ।

16= सुबह सूरज निकलने तक सोते रहना।

17= पेड के नीचे पेशाब करना।


18= उल्टा सोना।

19= श्मशान भूमि में हसना ।

20= पीने का पानी रात में खुला रखना ।

21= रात में मांगने वाले को कुछ ना देना ।

22= बुरे ख्याल लाना।

23= पवित्रता के बगैर धर्मग्रंथ पढना।

24= शौच करते वक्त बाते करना।

25= हाथ धोए बगैर भोजन करना ।

26= अपनी सन्तान को कोसना।

27= दरवाजे पर बैठना।

28= लहसुन प्याज के छिलके जलाना।

29= साधू फकीर को अपमानित करना या फिर और कोई चीज खरीदना।

30= फूक मार के दीपक बुझाना।

31= ईश्वर को धन्यवाद किए बगैर भोजन करना।

32= झूठी कसम खाना।

33= जूते चप्पल उल्टा देख कर उसको सीधा नही करना।

34= हालात जनाबत मे हजामत करना।

35= मकड़ी का जाला घर में रखना।

36= रात को झाडू लगाना।

37= अन्धेरे में भोजन करना ।

38= घड़े में मुंह लगाकर पानी पीना।

39= धर्मग्रंथ न पढ़ना।

40= नदी, तालाब में शौच साफ करना और उसमें पेशाब करना ।

41= गाय , बैल को लात मारना ।

42= माँ-बाप का अपमान करना ।

43= किसी की गरीबी और लाचारी का मजाक उडाना ।

44= दाँत गंदे रखना और रोज स्नान न करना ।

45= बिना स्नान किये और संध्या के समय भोजन करना ।

46= पडोसियों का अपमान करना, गाली देना ।

47= मध्यरात्रि में भोजन करना ।

48= गंदे बिस्तर में सोना ।

49= वासना और क्रोध से भरे रहना एवम्...

50= दूसरे को अपने से हीन समझना आदि ।
🌸 -----      -----     -----     -----    ----     🌸

🌹 शास्त्रों में है कि जो दूसरो का भला करता है।
                    ईश्वर उसका भला करता है। 🌹

            शेयर जरूर करें । 🙏
ताकि किसी की लिखी मेहनत बेकार न जाये ।

Saturday 2 December 2017

*इन्सान की परेशानियों की सिर्फ दो ही वजह है,*

*जिंदगी सिर्फ एक बार मिलती है,*
 *ये एक झूठ है।*
 *जिंदगी तो हमे रोजाना मिलती है,*
 *मौत ही सिर्फ एक बार मिलती है!!*

*इन्सान की परेशानियों की सिर्फ दो ही वजह है,*
*वह तक़दीर से ज्यादा चाहता है*
*और वक्त से पहले चाहता है!*

*"जब तक रास्ते समझ में आते है,* 
*तब तक 'लौटने का वक़्त' हो जाता है;*
*यही जिंदगी है!"*
whatsApp - 09334534189

VEER RAS ME HANUMAAN CHALISA KA PAATH



Veer Ras Me Hanumaan Chalisa Ka Paath Atyant Faldayi Hota Hai. Veer Ras Me Hanmaan Chalisa Kaise Gayen .. Iske Liye Yah Video Dekhen - Aap Hame whatsApp Karen is No. 09334534189 Par -- Pls. Send Me Veer Ras Hanumaan Chalisa. Ham Aapko Video Send Kar Denge.
Dwara --
Ujwal Bhavishya Darshan
Vastu Tantra Shodh Sansthan
Khetari Nehru Nagar
Arrah - 802301
Bhojpur, Bihar.

Friday 1 December 2017

*: निरोगी रहने के 9 स्टेप्स।*

*: निरोगी रहने के 9 स्टेप्स।*
★ताली बजाओ,रोग भगाओ                              

★तलवा घिसिये,चेहरा चमकाइये                  

 ★हथेली मलिए,ऊर्जा जगाइए                               

★नाख़ून रगड़िये,बुढ़ापा झड़किये।                             

★खुलकर हंसिए,सुस्ती भगाइए।                              

★रोज सुबह टहलिए,पूरा दिन चार्ज रहिए ।।         

★दस मिनिट दौड़िये,बीमारी का मुँह मोड़िये ।     

★रोज कीजिये डांस,रोगों को नही मिलेंगा चांस         

★सुनिए संगीत मन होगा पुलकित                          
                   *जय हो , ।*

🌺
*"मन ख्वाहिशों में अटका रहा...*
*और*
*जिंदगी हमें जी कर चली गयी"*.                    🙏🏼How To Alive 100 Years and More Without illness ? Enjoy Your Life .. in Old Age Also. Reduce Your All Problems. Get it in 9000/= only
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